कुछ दिनो से वन नेशन वन इलेक्शन भारत बनाम इंडिया सनातन का शोर सोशल मीडिया पर छिड़ा है।
दरअसल न तो राजनीतिक दल न आम सोशल मीडिया के बुद्धिजीवी यह समझ पा रहे है कि यह २०२४ के चुनाव की राजनीतिक बिसात पर नरेन्द्र मोदी ने क्वीन्स गेम्बिट खेलते हुए अपना पहला प्यादा d4 आगे बढ़ा दिया है।
अगर आप गौर से आकलन करे तो मोदी ने अलायंस के मुम्बई में मज़बूत होते विपक्ष के धर्रे धर्रे उड़ा दिये। सबसे पहले उन्होंने बीच मीटिंग के विशेष संसद सत्र बुलाने की घोषणा की मुम्बई मीटिंग को छोड़कर सारे चैनल इसी में व्यस्त रहे शाम होते होते आजतक ने स्कूप निकाल लिया और अंजना ओम कश्यप ने हल्ला बोल वन नेशन वन इलेक्शन से शुरु किया ज़ाहिर है लीक पीएमओ से आया होगा कि यह वन नेशन वन इलेक्शन के बारे में है। दो दिन तक टीवी पर बहस चलती रही मुम्बई में अलायंस की मीटिंग को कोई कवरेज नही मिला।
अभी उससे आप निकले भी नही थे की G20 Bharat के सिर्फ़ एक आमंत्रण कार्ड पर प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखा देखकर जयराम रमेश ने उड़ता तीर लपक लिया । कांग्रेस ने जब अपने अलायंस का नाम INDIA रखा तो मोदी क्या मूर्ख है जो उसका प्रचार करेंगे । आप को सही मे कुछ नही बोलना था परंतु पहले जयराम रमेश फिर पूरा विपक्ष कूद गया। दो दिन से सारे टीवी चैनल डिबेट करते घूम रहे है।
देश में सर्वे हो रहा है हर हिंदुस्तानी बोल रहा है भारत नाम सही है। इसका मतलब समझ रहे है आप देश के सामने कांग्रेसी जब भारत नाम का विरोध करते है तो कांग्रेस की भारत विरोधी छवि बनती हैं ।। अभी तक आप जाति गत वोट जो ज़्यादातर एक ही जगह वोट करते है उनके हितो की बात करके चुनाव जीतते आए है। फिर हिंदू भी अनेक जातियों में बँटे है इसलिए जातिवाद के आधार पर प्रत्याशी के अनुसार भी वोट बँट जाते है। रही सही कसर उदयनिधी ने पूरी कर दी। उन्होंने जो बोला सो बोला प्रियांक खरगे को बोलने की क्या जरुरत थी सब बग़ैर सोचे समझे कूद गये।
अभी तो विशेष संसद सत्र आगे है।
०इब्तिदा-ए-इश्क़ है रोता है क्या, आगे-आगे देखिए होता है क्या”