शनिवार, 7 जनवरी 2017

महिलाओं की रक्षा कौन करेगा ?

           बेंगलुरु में 31 दिसम्बर 2016 की शाम को हजारो की तादाद में युवा लोग हर साल की तरह नये साल का आगमन करने के लिए एम जी रोड एवं ब्रिगेड रोड पर इक्कठा होने लगे। हर कोई खुश था नये साल के जश्न में मस्त था। इस भीड़ में युवा लड़के, लड़कियां, नवविवाहित युगल और टीनएजर, स्कूली बच्चे और अपने युवा माता पिता के साथ उनके छोटे बच्चे भी शामिल थे। जैसे जैसे शाम गहराती गयी पब, रेस्टोरेंट और सड़क पर भीड़ बढ़ती गयी।


           इस भीड़ में कुछ कुंठित, बदमाश और घिनोने लोग भी शामिल थे यह बात जश्न में डूबे नवयुवा नही जानते थे। आधी रात लगभग  हैवानियत का नंगा नाच शुरु हो गया। इन गुंडो के झुंड देखते ही देखते लड़कियों महिलाओ को छेड़ने लगे, पकड़ने लगे, उनके कपड़े खिंचने लगे लड़कियां  इधर उधर भागने लगी, उनके साथ के पुरुष उनको बचाने की चेष्टा करते रहे। कुल 1200 पुलिस वाले जैसे तैसे भाग भाग कर हजारो की भीड़ में इन गुंडो को तितर बितर करने की असफल प्रयास करते रहे। 



           यदि किसी को याद हो तो सन 1 जनवरी 2008 में मुम्बई में भी जे एम मेरियट होटल के पास ऐसा वाकया हो चुका है। जिसको लेकर उस समय काफी बवाल मचा था। आश्चर्य़ की बात यह है कि तब भी मुम्बई पुलिस अधिकारियों ने ऐसा ही बयान दिया था जैसा आज बेंगलुरु पुलिस दे रही है कि हमारी तरफ से पुरी व्यवस्था की गयी थी हमारे जवान पर्याप्त संख्या में थे और हमारे स्तर पर कोई लापरवाही नही की गयी।
            इसी रात को नये साल का जश्न कुछ नये अंदाज में मनाने के लिए युवा कपल्स ने एक ट्रेकिंग वेब साइट के जरिये  लोनावाला (पुने) के नजदीक विसापुर फोर्ट में ट्रेकिंग बुक की। जब ये कपल वहाँ पहुँचा तो लगभग 25 कपल और मौजुद थे। रात लगभग 9-10 बजे 10-12 लोग जिनमें एक महिला भी थी वहाँ आये और ट्रेकिंग दल के पुरुष सदस्यो को डंडे व बेल्ट से पीटा।  महिलाओं से अभ्रद हरकते की। उन्होने बताया कि वे फोर्ट लवर ग्रुप के सदस्य है और विसापुर फोर्ट में किसी को गंदगी नही फैलाने देते है। गांव वालो की मदद से उन लोगो से पीछा छुड़ाया गया। इस घटना की पुलिस कम्पलेंट भी की गयी है।



                            उपरोक्त सारी घटनाए बताती है कि महिलाओं के साथ कही भी कभी भी कोई घटना घट सकती है पुरुष मित्र साथ होने पर भी गुंडो से निपटना आसान नही होता है। इसिलिए निर्भया जैसे कांड रोज होते है। सरकारे आती है जाती है घटनाओं से कोई सबक नही लेता ना तो सरकार ना ही जनता। कल हम सब फिर भूल जाएगे किसी अगली घटना के इंतजार में। निर्भया फंड का 1000 करोड़ का इस्तेमाल आज लगभग चार साल बीतने के बाद भी नही हो पाया है। इस समस्या का सिर्फ एक ही हल है वो यह कि लड़कियों को खुद अपनी सुरक्षा के लिए आत्म निर्भर होना होगा।

आप किसी इवेंट में शामिल होने जा रहे है जहाँ काफी भीड़ भाड़ होने वाली है। आप भरपुर खुशी के साथ जश्न मनाना चाहती है या फिर आप अपने काम पर जा रही है। आप कॉल सेंटर में काम करती है या हॉस्पिटल में या फिर किसी स्कूल में टीचर है आपके काम के घंटे आपको वक्त बेवक्त घर से निकलने पर मजबूर करते है। लेकिन घर से निकलने के पहले आप यह भी ध्यान रखें कि कुछ गलत लोग समाज में ऐसे है जिनकी जश्न और खुशी मनाने के पैमाने आप से बिल्कुल अलग है वो लोग आपको कही भी कभी भी मिल सकते है। वो अकेले भी हो सकते है भीड़ में भी। जैसा की हम सब समझते है हमारी प्रशासनिक व्यवस्था में पुलिस जनता की सुरक्षा जब नेताओं की सुरक्षा से फुरसत मिले तब ही कर सकती है तब सिर्फ एक ही उपाय है हमको अपने आपको सक्षम, सबल बनाना होगा। पिंक की अभिनेत्री तापसी पन्नू ने अभी हाल ही में दिये इंटरव्यू में कहा है कि जो कि बेंगलुरु में हुआ उसकी जितनी निंदा की जाए कम है लेकिन मैं चाहुँगी की हम सब अपनी सुरक्षा का खुद ख्याल रखे हमको खुदको ही सबल बनाना होगा। फिल्म स्टार अक्षय कुमार ने भी अपने वायरल हो रहे विडियो में ऐसा ही कहा है।
आप क्या करें-
1.       जहाँ जाना है यदि वो नयी जगह है तो ठीक से उसके बारे में अपने दोस्तो से पता कर ले। आने जाने का रास्ता भी गुगल मेप में न सिर्फ चेक करे बल्कि उसे ऑफ लाइन मोड में सेव भी कर ले। जिससे नेटवर्क न होने की स्थिति में आपको दिक्कत न हो।
2.       घर से ज्यादा देर तक बाहर जाने का यदि तय हो तो मोबाइल को फुल चार्ज कर ले। अच्छा हो यदि आप एक पावर बैंक इमरजेंसी के लिए साथ रखे। मोबाइल में इमरजेंसी के लिए स्पीड डायल में घर के सदस्यो के नंबर रखे। लोकल थाने का नंबर भी हमेशा स्पीड डायल में रखे।
3.       आप हमेशा सतर्क रहे  चाहे आप सड़क पर हो या श़ॉपिंग म़ॉल में या फिर सिनेमा ह़ॉल में अपने आस पास चारो तरफ निगाह रखे और बीच बीच में चेक करती रहे। बाहर निकलने के रास्ते का भी ध्यान रखे।
4.       अपने साथ पर्स में छोटा नुकिला हेयर पिन या पेन नाइफ जैसी चीज जरुर रखे। देहली में सीआईएसएफ ने महिलाओं के लिए मेट्रो आदि में छोटा चाकू लेकर चलना मान्य किया है।
5.       एक पीपर स्प्रे जरुर रखे। यदि आप अफोर्ड कर सकती है तो एक स्टनिंग गन भी रख सकती है जो टार्च के समान होती है एवं आप दूर से ही एक से अधिक व्यक्तियों पर भी अटेक कर रोक सकती है।
6.       आटो या टेक्सी में बैठते समय उसके नंबर का फोटो जरुर अपने मोबाइल में ले यदि उसकी कोई गलत मंशा है तो भी वह ऐसा कुछ करने के पहले 10 बार सोचेगा। उसके सामने ही फोन पर चाहे झूठमूठ ही सही बताये कि फलां जगह से मैने आटो लिया है मैं इतने समय तक घर पहुँच जाउंगी।
7.       सड़क के दाये चले, जिससे ट्रेफिक आपके सामने से आये, पैदल चलने वाले भी सामने से आयेगे, यदि वे कुछ कमेंट करते तो आप उनको पहचान सकेगी।
8.       यदि आप पार्टी में है और ड्रिंक कर रही है तो हमेशा ध्यान रखे की जिस बाटल से ड्रिंक सर्व किया जा रहा है वह बाटल सील पेक ही हो। आप कभी भी अपना ड्रिंक छोड़े नही ना ही टेबल पर छोड़कर कही बाहर जाये। यदि ऐसा हो तो वापिस आने पर नया ड्रिंक ले। किसी भी हालत में जरुरत से ज्यादा ड्रिंक ना करें।
9.       याद रहे कि असामाजिक तत्व जानते है कि वे गलत काम कर रहे है इसलिए उनका आत्म विश्वास भी कम होता है। अतः जब आपको लगता है कि वो आपका पीछा नही छोड़ रहा है तो उसको आंख से आंख मिला कर चुनौती दे।
10.   आप फिट ओर तंदुरुस्त रहे। आपकी बॉडी लेंगवेज ठीक व आत्म विश्वास से भरपूर होना चाहिये।
11.   आप अपनी सुरक्षा के लिए बचाव के कुछ स्टेप जरुर प्रेक्टिस करे। अच्छा हो यदि आप अपने ग्रुप की लड़कियों के साथ इन स्टेप्स की प्रेक्टिस नियमित करती रहे इससे आप फिट रहेगी और आपका आत्म विश्वास अच्छा रहेगा कोई भी प्रतिकूल स्थिति होने पर आप अच्छी तरह उससे निपट सकेगी। आपकी सहुलियत के लिए देहली पुलिस की तरफ से जारी एक यू ट्यूब लिंक दी जा रही है जिसकी सहायता से आप सड़क छाप गुंडो से अपने बचाव की कुछ स्टेप्स सीख सकती है।

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